SBI PPF Scheme : SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) की PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) स्कीम लंबे समय तक निवेश करने वाले लोगों के लिए एक शानदार विकल्प है। इस सरकारी योजना में निवेश करने से टैक्स सेविंग के साथ-साथ आकर्षक ब्याज दर भी मिलती है। अगर आप ₹10,000 प्रति माह इस स्कीम में निवेश करते हैं, तो आपको एक निश्चित समय बाद ₹2.71 लाख तक का रिटर्न मिल सकता है। आइए जानते हैं कि यह कैसे संभव है और इस स्कीम के अन्य फायदों के बारे में।
PPF स्कीम क्या है?
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) भारत सरकार द्वारा समर्थित एक बचत योजना है, जिसे 1968 में शुरू किया गया था। यह एक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है, जिसमें निवेश करने पर टैक्स में छूट के साथ-साथ सुरक्षित रिटर्न भी मिलता है।
PPF अकाउंट को आप किसी भी अधिकृत बैंक या पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं। यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है, जो बिना किसी जोखिम के अपने पैसे को बढ़ाना चाहते हैं।
SBI PPF स्कीम में निवेश करने पर कितना मिलेगा रिटर्न?
यदि आप हर महीने ₹10,000 का निवेश करते हैं और मौजूदा ब्याज दर 7.1% रहती है, तो 15 साल बाद आपको लगभग ₹2.71 लाख का रिटर्न मिलेगा।
कैसे होगा निवेश और रिटर्न का कैलकुलेशन?
- निवेश राशि: ₹10,000 प्रति माह
- सालाना निवेश: ₹1,20,000
- निवेश अवधि: 15 साल
- ब्याज दर: 7.1% (परिवर्तनशील)
- कुल जमा राशि: ₹18 लाख
- परिपक्वता राशि: ₹2.71 लाख (ब्याज सहित)
PPF की मैच्योरिटी अवधि 15 साल होती है, लेकिन इसे 5-5 साल के लिए बढ़ाया भी जा सकता है।
PPF अकाउंट खोलने की प्रक्रिया
SBI में PPF अकाउंट खोलने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
- SBI की ब्रांच विजिट करें:
- अपने नजदीकी SBI बैंक में जाएं।
- PPF अकाउंट खोलने का फॉर्म प्राप्त करें।
- जरूरी दस्तावेज जमा करें:
- पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी)
- एड्रेस प्रूफ
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मिनिमम ₹500 से ₹1.5 लाख तक की जमा राशि
- नेट बैंकिंग के जरिए ऑनलाइन आवेदन करें:
- SBI की नेट बैंकिंग लॉगिन करें।
- “PPF अकाउंट” सेक्शन में जाएं।
- आवेदन फॉर्म भरें और सबमिट करें।
SBI PPF स्कीम के फायदे
1. टैक्स में छूट
PPF में किए गए निवेश पर धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। साथ ही, इसका ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट भी टैक्स फ्री होता है।
2. सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न
सरकार द्वारा समर्थित होने के कारण PPF एक सुरक्षित निवेश विकल्प है। इसमें कोई बाजार जोखिम नहीं होता।
3. कंपाउंडिंग का फायदा
PPF में चक्रवृद्धि ब्याज (compound interest) मिलता है, जिससे लंबी अवधि में बड़ा रिटर्न प्राप्त होता है।
4. लोन और आंशिक निकासी सुविधा
- तीसरे साल से PPF पर लोन लिया जा सकता है।
- सातवें साल के बाद आंशिक निकासी की सुविधा मिलती है।
5. मिनिमम और मैक्सिमम निवेश सीमा
- न्यूनतम निवेश: ₹500 प्रति वर्ष
- अधिकतम निवेश: ₹1.5 लाख प्रति वर्ष
SBI PPF स्कीम से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
- मैच्योरिटी पीरियड: PPF अकाउंट की अवधि 15 साल होती है। इसे 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
- ब्याज दर: सरकार द्वारा निर्धारित ब्याज दर तिमाही आधार पर बदल सकती है।
- आंशिक निकासी: सातवें वर्ष से आंशिक निकासी संभव है।
- लोन सुविधा: तीसरे से छठे वर्ष के बीच लोन लिया जा सकता है।
निष्कर्ष
SBI PPF स्कीम एक बेहतरीन लॉन्ग-टर्म निवेश विकल्प है, जो टैक्स सेविंग के साथ-साथ अच्छा रिटर्न भी देता है। यदि आप नियमित रूप से ₹10,000 प्रति माह निवेश करते हैं, तो 15 साल बाद आपको लगभग ₹2.71 लाख मिल सकते हैं।
अगर आप सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं और बिना किसी जोखिम के पैसे को बढ़ाना चाहते हैं, तो SBI PPF स्कीम आपके लिए एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें दी गई जानकारी की पूर्णता या सटीकता की हम कोई गारंटी नहीं देते। कृपया किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।