कितने दिन बिना लेनदेन पर बैंक खाता हो जाता है बंद? जानिए पूरी जानकारी RBI New Rules

RBI New Rules : बैंकिंग सेक्टर में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं, और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) नए नियमों को लागू करता है ताकि ग्राहकों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यदि आपका बैंक खाता निष्क्रिय पड़ा है और आप इसमें कोई लेनदेन नहीं कर रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि कितने दिनों के बाद आपका खाता बंद हो सकता है। आइए, इस विषय पर विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।

बैंक खाता बंद होने से जुड़ी महत्वपूर्ण शर्तें

यदि कोई ग्राहक लंबे समय तक अपने बैंक खाते में कोई लेनदेन नहीं करता है, तो बैंक उसे ‘Inactive’ (निष्क्रिय) और फिर ‘Dormant’ (निष्क्रिय/सुप्त) श्रेणी में डाल सकता है।

1. बिना लेनदेन के बैंक खाता कब निष्क्रिय होता है?

  • यदि आप 12 महीने (1 साल) तक अपने खाते में कोई लेनदेन नहीं करते हैं, तो बैंक उसे “निष्क्रिय खाता” घोषित कर सकता है।

2. बिना लेनदेन के बैंक खाता कब सुप्त (Dormant) होता है?

  • यदि बैंक खाता लगातार 24 महीने (2 साल) तक निष्क्रिय रहता है, तो बैंक उसे “सुप्त खाता” (Dormant Account) की श्रेणी में डाल सकता है।

सुप्त खाता होने के बाद क्या होता है?

जब किसी बैंक खाते को सुप्त घोषित कर दिया जाता है, तो:

  1. लेनदेन पर प्रतिबंध – आप उस खाते से कोई भी लेनदेन नहीं कर सकते जब तक कि इसे पुनः सक्रिय न कर दिया जाए।
  2. सुरक्षा उपाय – बैंक अतिरिक्त सुरक्षा उपायों को लागू करता है ताकि खाते का दुरुपयोग न हो सके।
  3. नेट बैंकिंग और एटीएम सुविधा बंद हो सकती है – यदि आपका खाता सुप्त हो जाता है, तो ऑनलाइन बैंकिंग, डेबिट कार्ड और अन्य सेवाएं बंद हो सकती हैं।

सुप्त खाता पुनः सक्रिय कैसे करें?

अगर आपका बैंक खाता सुप्त हो गया है और आप इसे दोबारा सक्रिय करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें:

  1. बैंक शाखा में जाएं – संबंधित बैंक की निकटतम शाखा में जाएं।
  2. KYC अपडेट करें – बैंक आपसे केवाईसी (KYC) डॉक्यूमेंट्स मांग सकता है, जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट आदि।
  3. लेनदेन करें – आपको अपने खाते में एक छोटा लेनदेन (क्रेडिट या डेबिट) करना होगा, जिससे आपका खाता पुनः सक्रिय हो जाएगा।
  4. लिखित आवेदन दें – बैंक आपसे लिखित अनुरोध मांग सकता है जिसमें आप खाते को सक्रिय करने की इच्छा व्यक्त करें।

निष्क्रिय खाते को सक्रिय रखने के टिप्स

  1. समय-समय पर लेनदेन करें – अपने खाते को सक्रिय रखने के लिए समय-समय पर छोटी राशि जमा या निकासी करें।
  2. ऑटो-डेबिट सेट करें – अपने खाते से किसी भी सेवा के लिए ऑटो-डेबिट सुविधा चालू करें, जिससे आपका खाता सक्रिय बना रहेगा।
  3. इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करें – ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग कर छोटे ट्रांजेक्शन करें।
  4. बैंक से अपडेट लेते रहें – बैंक की नोटिफिकेशन और ईमेल को नियमित रूप से चेक करें।

क्या बैंक निष्क्रिय या सुप्त खाता बंद कर सकता है?

  • बैंक बिना सूचना के खाता बंद नहीं कर सकता – RBI के नियमों के अनुसार, कोई भी बैंक किसी ग्राहक का खाता बिना उसकी सहमति के बंद नहीं कर सकता।
  • यदि खाता निष्क्रिय हो जाए, तो इसे ग्राहक के अनुरोध पर फिर से सक्रिय किया जा सकता है।
  • यदि खाता बहुत लंबे समय (10 साल या अधिक) तक सुप्त पड़ा रहे, तो बैंक इसे “अवशेष खाता” (Unclaimed Account) घोषित कर सकता है, और इसकी राशि को RBI के डिपॉजिटर्स एजुकेशन एंड अवेयरनेस फंड (DEAF) में स्थानांतरित कर सकता है।

निष्कर्ष

यदि आप अपने बैंक खाते का उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो यह जरूरी है कि समय-समय पर उसमें कुछ लेनदेन करें, ताकि यह निष्क्रिय या सुप्त न हो। RBI के नए नियमों के अनुसार, यदि कोई खाता 2 साल तक निष्क्रिय रहता है, तो उसे सुप्त घोषित कर दिया जाता है। इसे पुनः सक्रिय करने के लिए केवाईसी अपडेट और कम से कम एक लेनदेन आवश्यक है।

इसलिए, अपने बैंक खाते को सक्रिय बनाए रखें और बैंक से जुड़े अपडेट्स पर नजर रखें। यदि आपका खाता सुप्त हो गया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है – आप आसानी से इसे पुनः सक्रिय कर सकते हैं।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें दी गई जानकारी की पूर्णता या सटीकता की हम कोई गारंटी नहीं देते। कृपया किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।

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