Home loan EMI Rules: EMI बाउंस होते ही बढ़ेगी टेंशन, तुरंत करें ये 4 काम वरना होगा बड़ा नुकसान

Home loan EMI Rules: घर खरीदने के लिए होम लोन लेना आसान होता है लेकिन कई बार EMI चुकाने में दिक्कत आ सकती है अगर आपकी होम लोन की ईएमआई किसी कारण से बाउंस हो गई है तो घबराने की जरूरत नहीं है सही कदम उठाकर न सिर्फ बैंक की कार्रवाई से बचा जा सकता है बल्कि क्रेडिट स्कोर को भी खराब होने से रोका जा सकता है आइए जानते हैं कि अगर आपकी होम लोन की किस्त समय पर नहीं भर पा रहे हैं तो क्या करें

पहली बार EMI बाउंस होने पर क्या करें?

अगर पहली बार आपकी होम लोन की ईएमआई बाउंस हो गई है तो सबसे पहले बैंक से संपर्क करें जिस बैंक से लोन लिया है वहां के मैनेजर से मिलकर अपनी मौजूदा स्थिति बताएं हो सकता है कि बैंक आपकी समस्या समझे और पेनल्टी चार्ज में कुछ राहत दे

बैंक आमतौर पर दो महीने तक डिफॉल्ट ईएमआई को अपने रिकॉर्ड में रखता है और फिर सिबिल एजेंसी को रिपोर्ट करता है अगर आप समय रहते बैंक से संपर्क कर लेते हैं तो क्रेडिट स्कोर पर इसका असर नहीं पड़ेगा और आप किसी भी गंभीर समस्या से बच सकते हैं

दूसरी बार EMI न भर पाने पर क्या करें?

अगर लगातार दूसरी बार भी EMI भरने में असमर्थ हैं तो स्थिति गंभीर हो सकती है इस स्थिति में तुरंत बैंक मैनेजर से मिलें और निवेदन करें कि आपकी रिपोर्ट सिबिल एजेंसी को न भेजी जाए

तीन बार लगातार EMI बाउंस होने पर बैंक को आपकी क्रेडिट रिपोर्ट भेजनी पड़ती है जिससे आपका सिबिल स्कोर गिर सकता है इससे भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो सकता है इसलिए बेहतर होगा कि समय रहते बैंक से बात कर कोई समाधान निकालें

बार-बार EMI बाउंस हो रही है तो क्या करें?

अगर बार-बार EMI बाउंस हो रही है तो आपको कुछ बड़े फैसले लेने होंगे ऐसी स्थिति में बैंक से अनुरोध करें कि कुछ समय के लिए आपकी EMI को होल्ड (रोक) कर दिया जाए

इसके लिए आपको एक एप्लिकेशन देनी होगी जिसमें अपनी मौजूदा परेशानी का जिक्र करें अगर बैंक आपकी स्थिति को समझता है तो आपको कुछ समय की राहत मिल सकती है हालांकि इस फैसले का आपके सिबिल स्कोर पर असर जरूर पड़ेगा लेकिन आप कानूनी कार्रवाई से बच सकते हैं

सैलरी देरी से आने की वजह से EMI बाउंस हो रही है तो क्या करें?

अगर आपकी EMI इसलिए बाउंस हो रही है क्योंकि आपकी सैलरी EMI की डेट के बाद आती है तो इसका समाधान संभव है

आप बैंक से बात करके एरियर EMI का ऑप्शन चुन सकते हैं आमतौर पर बैंक दो तरह के EMI विकल्प देते हैं

एडवांस EMI: इसमें लोन लेते समय पहली किस्त जमा करनी होती है और हर महीने की शुरुआत में EMI कटती है
एरियर EMI: इसमें EMI महीने के अंत में कटती है जिससे सैलरी मिलने के बाद किस्त भरने का समय मिल जाता है

अगर आपकी सैलरी महीने के अंत में आती है तो एरियर EMI विकल्प चुनने से EMI समय पर कटेगी और पेनल्टी नहीं लगेगी

EMI समय पर न चुकाने के नुकसान

अगर आप बार-बार EMI नहीं भरते हैं तो ये नुकसान हो सकते हैं

✔ क्रेडिट स्कोर गिर जाएगा जिससे भविष्य में लोन मिलना मुश्किल होगा
✔ बैंक की ओर से कानूनी नोटिस मिल सकता है
✔ EMI ज्यादा समय तक न भरने पर बैंक प्रॉपर्टी जब्त कर सकता है
✔ लगातार EMI बाउंस होने पर आपको डिफॉल्टर घोषित किया जा सकता है

EMI बाउंस से बचने के लिए जरूरी टिप्स

✔ अपने बैंक अकाउंट में हमेशा पर्याप्त बैलेंस रखें ताकि EMI बाउंस न हो
✔ आर्थिक स्थिति बिगड़ने पर बैंक से लोन री-स्ट्रक्चरिंग का विकल्प लें
✔ EMI कम करने के लिए लोन की अवधि बढ़ाने का अनुरोध करें
✔ अपनी सैलरी के हिसाब से EMI की सही डेट सेट करवाएं

अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे तो न सिर्फ EMI समय पर भर पाएंगे बल्कि अपने क्रेडिट स्कोर को भी सुरक्षित रख सकेंगे

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें दी गई जानकारी की पूर्णता या सटीकता की हम कोई गारंटी नहीं देते। कृपया किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।

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